वास्तव में फॉलाउट की टेट्रालॉजी क्या है?
हृदय शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जो पूरे शरीर में रक्त को पंप करता है और अपशिष्ट (waste) मेटाबॉलिट्स को बाहर करता है। दिल में 4 कक्ष होते हैं 2 ऊपरी ऐट्रीअम और 2 निचले वेन्ट्रकल। अलिंद (ऐट्रीअम) और निलय (वेन्ट्रकल) वाल्वों के माध्यम से अलग किए जाते हैं, जो अप्रत्यक्ष रक्त प्रवाह प्रदान करते हैं। हृदय का मुख्य उद्देश्य रक्त का ऑक्सीकरण है। बाएं वेंट्रिकल महाधमनी (एरोटा) में खुलता है जो शरीर को अन्य धमनियों के माध्यम से ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति करता है। बाएं वेंट्रिकल और महाधमनी (एरोटा) एक एरोटिक वाल्व के माध्यम से अलग है।
फैलोट का टेट्रालॉजी एक दोष है जहां चार समस्याएं एक साथ होती है:
- बाएं और दाएं वेंट्रिकल के बीच छेद
- दाएं वेंट्रिकल और पुल्मनेरी आर्टरी के बीच अवरुद्ध वाल्व जो फेफड़ों में ऑक्सीजन के लिए रक्त ले जाता है
- विस्थापित एरोटा
- दाएं वेंट्रिकुलर के तरफ एक मोटी दीवार (राइट वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी)
दोष का कारण:
इडीओपैथक या अज्ञात कारण, लेकिन डाउन सिंड्रोम या डायगॉर्ज सिंड्रोम के साथ मेल खाते हैं । अन्य जोखिम के कारक हैं –
- गर्भावस्था के दौरान रूबेला जैसी एक वायरल बीमारी
- गर्भावस्था के दौरान शराब
- गर्भावस्था के दौरान खराब पोषण
- 40 वर्ष से अधिक के उम्र में माँ बनना
- एक अभिभावक जिसको फैलॉट की टेट्रालजी है
मेरे बच्चे के लिए फैलोट का टेट्रालॉजी कैसे खराब है?
बाएं और दाएं वेंट्रिकल के बीच के छेद के कारण ऑक्सीजन युक्त और डीऑक्सीजेनेटेड रक्त मिश्रित होता है और ऑक्सीजन के लिए फेफड़ों को आपूर्ति होने के बजाय शरीर को कम ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति होती है। ऐसे बच्चे नीले या सियानोटिक के रूप में दिखते हैं।
दोष का दिखना:
- दिल का मर्मर (असामान्य दिल की आवाज)
- रक्त में ऑक्सीजन (सायनोसिस) कम होने के कारण त्वचा का रंग नीला पड़ना
- कम और तेजी से सांस, विशेष रूप से भोजन या व्यायाम जैसे परिश्रम के दौरान
- चेतना का नुकसान (बेहोशी)
- नाखूनों की क्लबिंग
- कम वजन
- आसानी से थक जाना
- चिड़चिड़ापन
- लंबे समय तक रोना
- टेट स्पेल्स – रोने या खिलाने के बाद नाखून और होंठ पर गहरी नीली त्वचा का विकास
इसका पता कैसे लगाया जाता है?
लक्षण बहुत स्पष्ट हैं, लेकिन इसकी सीमा की पुष्टि करने के लिए कुछ विधियों का उपयोग किया जाता है –
- छाती का एक्स-रे – बढ़े हुए वेंट्रिकल के कारण दिल बूट जैसा दिखता है
- ध्वनि तरंगों द्वारा एक जांच इकोकार्डियोग्राफी
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम
- ऑक्सीजन स्तर माप (पल्स ऑक्सीमेट्री)
कार्डिएक कैथीटेराइजेशन – कैथेटर नामक एक लंबी पतली ट्यूब को कमर, गर्दन या बांह की एक धमनी से रोगी के दिल तक भेजा जाता है। तब एक डाई को इंजेक्ट किया जाता है और एक्स-रे से सभी दोषों का पता चलता है। यह दिल के दबाव और ऑक्सीजन के स्तर को भी मापता है। इसका उपयोग उपचार के लिए भी किया जा सकता है।
उपचार:
सर्जरी फालोट के टेट्रालॉजी का एकमात्र उचित इलाज है।
- फैलोट के टेट्रालॉजी इंट्रा कार्डियक की सुधारात्मक सुधार – इसमें वेंट्रिकुलर सेप्टल दोष को बंद करने के लिए एक सिंथेटिक डैक्रॉन पैच लगाया जाता है जिसे रक्त बाएं वेंट्रिकल से महाधमनी (aorta) तक सामान्य रूप से प्रवाहित हो सके।
यह संकुचित पुल्मनेरी वाल्व की मरम्मत या उनको रिप्लेस भी करता है और फेफड़े को रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए पुल्मनेरी धमनियों (arteries) को चौड़ा भी करता है।
- अविकसित पुल्मनेरी धमनियों (arteries) के साथ जन्में प्री मैच्योरव शिशुओं में एक और अस्थायी प्रक्रिया की जाती है। यहां महाधमनी (aorta) और पुल्मनेरी धमनी की एक शाखा के बीच एक शंट बनाया जाता है जिसे बाद में ऊपर अनुसार फिर से बनाया जा सकता है।
ज्यादातर मामलों में दोष ठीक हो जाता है लेकिन कुछ जटिलताएं भी विकसित हो सकती है –
- पुल्मनेरी धमनियों से रक्त का पिछड़ा प्रवाह दाएं वेंट्रिकल में वापस आता है
- ट्राइकसपिड वाल्व के माध्यम से रक्त का रिसाव (बाएं वेंट्रिकल से बाएं एट्रियम तक)
- वेंट्रिकुलर सेप्टल दोष जो फिर से लीक हो सकता है और फिर से मरम्मत की आवश्यकता हो सकती है
- बढ़ा हुआ दायाँ वेंट्रिकल या बायाँ वेंट्रिकल (भार बढ़ने के कारण)
- अनियमित दिल की धड़कन (एरिथमिया)
- कोरोनरी धमनी की बीमारी
- एरोटिक (aortic) का जड़ फैलाव, जिसमें आरोही महाधमनी (aorta) बढ़ जाती है
- अकस्मात ह्रदयघात से म्रत्यु
जटिलताओं के कारण नियमित फॉलो – अप बहुत महत्वपूर्ण है। कई मामलों में राहत के लिए पूरे जीवन काल के दौरान कई बार सर्जरी की आवश्यकता होती है।
जीवन शैली में बदलाव:
- आसपास संक्रमण मुक्त वातावरण बनाएं- बच्चे को भी कोई संक्रमण नहीं होना चाहिए। एंटीबायोटिक दवाओं की निवारक खुराक दें। नियमित रूप से डेंटल चेकअप बहुत जरूरी है क्योंकि इससे हृदय में संक्रमण हो सकता है (संक्रामक एन्डोकार्डाइटिस)
- कोई भी भारी गतिविधि जैसे व्यायाम को करते समय सावधानी बरती जानी चाहिए
- इस दोष के साथ महिलाएं गर्भावस्था को सहन कर सकती हैं या नहीं कर सकती। अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
अपने छोटे बच्चे को इस गंभीर खतरे ट्राट्रोलॉजी ऑफ फ़ॉलोट देखना दुखदाई है। लेकिन यह एक लड़ाई है जो उन्हें लड़नी होगी। जीतने की संभावना असाधारण हो जाती है जब आप उनके पक्ष में खड़े होते हैं।
डॉ. रचित सक्सेना, सीनियर कंसलटेंट – कार्डियोलॉजी – अडल्ट, नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम